25 दिसम्बर |
1861 |
प्रयाग में जन्म |
सन् |
1878 |
मिर्जापुर में कुन्दन देवीजी से विवाह |
सन् |
1884 |
कलकत्ता विश्वविद्यालय से बी0ए0 परीक्षा में उत्तीर्ण |
जुलाई |
1884 |
इलाहाबाद जिला स्कूल में अध्यापक |
दिसम्बर |
1886 |
कलकत्ते में दादा भाई नौरोजी की अध्यक्षता में कांग्रेस का दूसरा अधिवेशन-कौंसिलों मंे प्रतिनिधित्व के प्रश्न पर भाषण |
जुलाई |
1887 |
कालाकांकर में ‘‘हिन्दोस्थान’’ पत्र का सम्पादन कार्य प्रारम्भ |
सन् |
1891 |
हिन्दोस्थान पत्र का सम्पादन छोड़कर प्रयाग में वकालत की पढ़ाई प्रारम्भ |
सन् |
1892 |
वकालत की परीक्षा पास करके जिला अदालत में वकालत प्रारम्भ |
दिसम्बर |
1893 |
प्रयाग हाई कोर्ट में वकालत |
मार्च |
1898 |
संयुक्त प्रान्त (उत्तर प्रदेश) के लेफ्टिनेंट गवर्नर को हिन्दी के सम्बन्ध में ज्ञापन |
सन् |
1902-1903 |
मालवीयजी के प्रयास से प्रयाग में हिन्दू बोर्डिंग हाउस का निर्माण |
सन् |
1904 |
हिन्दू विश्वविद्यालय स्थापना की योजना |
सन् |
1905 |
कांग्रेस अधिवेशन (बनारस) में इस योजना की घोषणा, सनातन धर्म महासभा के अधिवेशन में इसका प्रस्ताव पारित |
सन् |
1903-1912 |
प्रान्तीय कौंसिल की सदस्यता - मालवीयजी द्वारा कौंसिल में प्रान्त की महत्वपूर्ण सेवा |
जनवरी |
1906 |
कुम्भ के अवसर पर प्रयाग में मालवीयजी द्वारा आयोजित सनातन धर्म महासभा का अधिवेशन। उदार सनातन धर्म का प्रचार। काशी में भारतीय विश्वविद्यालय खोलने का निर्णय। |
सन् |
1907 |
मालवीयजी के सम्पादकत्व में ‘‘अभ्युदय’’ का सम्पादन, लोकतान्त्रिक सिद्धान्तों और उदार हिन्दू धर्म का प्रसार |
सन् |
1908 |
प्रांतीय राजनीतिक सम्मेलन (लखनऊ) के सभापति |
सन् |
1909 |
प्रयाग में मालवीयजी के सम्पादकत्व में ‘‘लीडर’’ पत्र का प्रकाशन |
सन् |
1910 |
का प्रेस ऐक्ट विरोध
|
अक्टूबर |
1910 |
हिन्दी साहित्य सम्मेलन के प्रथम अधिवेशन में अध्यक्षीय भाषण |
28 नवम्बर |
1911 |
हिन्दू यूनिवर्सिटी सोसाइटी का गठन |
दिसम्बर |
1911 |
पचास वर्ष की आयु होने पर वकालत का त्याग, सारा जीवन राष्ट्र की सेवा में बिताने का दृढ़ संकल्प, काशी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विशेष प्रयत्न करने का निर्णय |
फरवरी |
1915 |
मालवीयजी की अध्यक्षता में प्रयाग सेवा समिति का गठन |
अक्टूबर |
1915 |
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बिल पारित |
4 फरवरी |
1916 |
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का शिलान्यास समारोह |
सन् |
1918 |
सेवा समिति द्वारा स्काउट एसोसिएशन का गठन |
दिसम्बर |
1918 |
दिल्ली में कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन की अध्यक्षता |
फरवरी |
1919 |
रौलेट बिल पर कौंसिल में बहस। कौंसिल से इस्तीफा। |
19 अप्रैल |
1919 |
बम्बई में मालवीयजी की अध्यक्षता में हिन्दी साहित्य सम्मेलन का अधिवेशन |
सन् |
1910-1920 |
भारतीय कौंसिल में सदस्यता तथा योगदान |
16 दिसम्बर |
1922 |
लाहौर में हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द पर भाषण |
जनवरी |
1924 |
असेम्बली में मालवीयजी और जिना द्वारा इंडिपेंडेंट पार्टी का गठन। उसके बाद स्वराज्य पार्टी से मिलकर नेशनलिस्ट पार्टी का गठन। |
अगस्त |
1926 |
मालवीयजी और लाजपतराय के नेतृत्व में कांग्रेस इंडिपेंडेंट पार्टी का गठन |
दिसम्बर |
1929 |
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में दीक्षान्त भाषण। विद्यार्थियों को देश-सेवा और राष्ट्रीयता का उपदेश। |
2 अप्रैल |
1930 |
असेम्बली से इस्तीफा। |
5 अप्रैल |
1931 |
कानपुर में हिन्दू-मुस्लिम एकता पर भाषण |
सन् |
1931 |
महात्मा गांधी के साथ लन्दन में गोल मेज कान्फ्रेंस में भागीदारी |
मार्च |
1932 |
वाराणसी में मालवीयजी की अध्यक्षता में अखिल भारतीय स्वदेशी संघ का संगठन। |
20 अप्रैल |
1932 |
कांग्रेस का दिल्ली अधिवेशन। मनोनीत अध्यक्ष मालवीयजी की गिरफ्तारी। |
अगस्त |
1934 |
काशी में गांधीजी की सभा में हरिजनोद्धार पर भाषण |
जनवरी |
1936 |
प्रयाग मंे मालवीयजी के नेतृत्व मंे सनातन धर्म महासभा का अधिवेशन अन्त्यजोद्धार पर प्रस्ताव |
सन् |
1938 |
कायाकल्प |
नवम्बर |
1939 |
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के आजीवन रेक्टर नियुक्त |
जनवरी |
1942 |
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की रजत जयन्ती, गांधीजी का दीक्षान्त भाषण |
12 नवम्बर |
1946 |
निधन |